शनिवार, 27 मई 2017

नयी पेंशन योजना व पुरानी पेंशन योजना में भिन्नता



हमारे बहुत से साथी नयी पेंशन योजना व पुरानी पेंशन योजना में अन्तर नहीं जानते आज मैं आप को इसका अन्तर स्पष्ट करने की कोशिश करूगाँ यदि कोई बिंदु गलत अथवा स्पष्ट ना हो याँ कोई बिंदु छूट रहा हो तो कमेन्ट करें-


क्रमतथ्यपुरानी पेंशननयी पेंशन (N.P.S.)
1G.P.F.पुरानी पेंशन पाने वालों के लिए जी0 पी0 एफ0 सुविधा उपलब्ध है |नयी पेंशन योजना में जी0 पी 0एफ0 नहीं है ।
2.कटौतीपुरानी पेंशन के लिए वेतन से कोई कटौती नहीं होती है |नयी पेंशन योजना में वेतन से प्रति माह 10%की कटौती निर्धारित है ।
3.पेंशनपुरानी पेंशन योजना में रिटायरमेन्ट के समय एक निश्चित पेंशन( अन्तिम वेतन का 50%) की गारेण्टी है |नयी पेंशन योजना में पेंशन कितनी मिलेगी यह निश्चित नहीं है यह पूरी तरह शेयर मार्केट व बीमा कम्पनी पर निर्भर है ।
4.पेंशन प्रदानकर्तापुरानी पेंशन सरकार देती है |नयी पेंशन बीमा कम्पनी देगी ।
5.विवादविवाद की स्थिति में हमे सरकार से लड़ना होगा |यदि कोई समस्या आती है तो हमे सरकार से नहीं बल्कि बीमा कम्पनी से लडना पडेगा ।
6.ग्रेच्युटीपुरानी पेंशन पाने वालों के लिए रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी( अन्तिम वेतन के अनुसार 16.5माह का वेतन) मिलता है |नयी पेंशन वालों के लिये ग्रेच्युटी की कोई व्यवस्था नहीं है ।
7.डेथ ग्रेच्युटीपुरानी पेंशन वालों को सेवाकाल में मृत्यु पर डेथ ग्रेच्युटी मिलती है जो 7पे कमीशन ने 10लाख से बढाकर 20लाख कर दिया है |नयी पेंशन वालों के लिए डेथ ग्रेच्युटी की सुविधा समाप्त कर दी गयी है ।
8.पारिवारिक पेंशनपुरानी पेंशन में आने वाले लोंगों को सेवाकाल में मृत्यु होने पर उनके परिवार को पारिवारिक पेंशन मिलती है |नयी पेंशन योजना में पारिवारिक पेंशन को समाप्त कर दिया गया है ।
9.महँगाई पुरानी पेंशन पाने वालों को हर छ: माह बाद महँगाई तथा वेतन आयोगों का लाभ भी मिलता है |नयी पेंशन में फिक्स पेंशन मिलेगी महँगाई या वेतन आयोग का लाभ नहीं मिलेगा यह हमारे समझ से सबसे बडी हानि है ।
10.लोनपुरानी पेंशन योजना वालों के लिए जी0 पी0 एफ0 से आसानी से लोन लेने की सुविधा है|नयी पेंशन योजना में लोन की कोई सुविधा नही है( विशेष परिस्थिति में कठिन प्रक्रिया है केवल तीन बार वह भी रिफण्डेबल) ।
11.G.P.F.पर आयकरपुरानी पेंशन योजना में जी0 पी0 एफ0 निकासी( रिटायरमेंट के समय) पर कोई आयकर नहीं देना पडता है |नयी पेंशन योजना में जब रिटायरमेंट पर जो जो अंशदान का 60%वापस मिलेगा उसपर आयकर लगेगा|
12.ब्याज दरजी 0पी0 एफ0 पर ब्याज दर निश्चित है |एन0 पी0 एस0 पूरी तरह शेयर पर आधारित है ।


साथियों आशा है आप इस अन्तर को समझेगें और अपने भले -बुरे का विचार जरूर करेगें ।

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नयी पेंशन योजना व पुरानी पेंशन योजना में भिन्नता
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Oleh

5 comments

31 अक्टूबर 2018 को 4:08 pm बजे delete

आज जनसंख्या वृद्धि को देखते हुए अध्यापकों के लिए नयी पेंशन योजना ही उचित है,आज शिक्षक बच्चों की शैक्षिक योग्यता प्रदान करने के बजाय आंदोलनरत हैं,जो कि सर्वथा अनुचित है। वैसे जो देश के सैनिक बाडर पर 24घंटे सेवा देने वाले हैं उनके पेमेंट्स से अधिक पेमेंट्स इन अध्यापकों को दी जा रही है फिर भी इन्हें संतोष नहीं है और तो और इनके बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने जाते हैं,अर्थात ड्यूटी की अपेक्षा आज भी अधिक पेमेंट्स पा रहे हैं।

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31 अक्टूबर 2018 को 4:12 pm बजे delete

आज जनसंख्या वृद्धि को देखते हुए अध्यापकों के लिए नयी पेंशन योजना ही उचित है,आज शिक्षक बच्चों की शैक्षिक योग्यता प्रदान करने के बजाय आंदोलनरत हैं,जो कि सर्वथा अनुचित है। वैसे जो देश के सैनिक बाडर पर 24घंटे सेवा देने वाले हैं उनके पेमेंट्स से अधिक पेमेंट्स इन अध्यापकों को दी जा रही है फिर भी इन्हें संतोष नहीं है और तो और इनके बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने जाते हैं,अर्थात ड्यूटी की अपेक्षा आज भी अधिक पेमेंट्स पा रहे हैं।

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31 अक्टूबर 2018 को 4:21 pm बजे delete

आज की शिक्षा व्यवस्था क्या है शिक्षक के बच्चे भी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने जाते हैं ऐसे सरकारी अध्यापकों के लिए नयी पेंशन योजना ही उचित है और सरकार आय के आधार पर इन अध्यापकों को अधिक पेमेंट्स प्रदान कर रही है फिर भी अध्यापकों शिक्षा प्रदान करने के बजाय और अधिक पेमेंट्स चाहिए यह उचित नहीं है।

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31 अक्टूबर 2018 को 4:23 pm बजे delete

आज की शिक्षा व्यवस्था क्या है शिक्षक के बच्चे भी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने जाते हैं ऐसे सरकारी अध्यापकों के लिए नयी पेंशन योजना ही उचित है और सरकार आय के आधार पर इन अध्यापकों को अधिक पेमेंट्स प्रदान कर रही है फिर भी अध्यापकों शिक्षा प्रदान करने के बजाय और अधिक पेमेंट्स चाहिए यह उचित नहीं है।

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31 अक्टूबर 2018 को 8:56 pm बजे delete

भारत सरकार ऐसा नियम बनाए कि सभी अध्यापकों के बच्चे सरकारी स्कूलों में ही पढ़े। तब वे शिक्षा के प्रति जागरूक होगे।

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