शनिवार, 8 फ़रवरी 2025

 हठ कर बैठा मास्टर एक दिन...मन्त्री से यह बोला,दिलवा दो मन्त्री जी मुझको...एक ठौ उड़न खटोला।सड़कें सारी टूटी-फूटी...कैसे गाड़ी चलाऊँ,समय...
 🚩 *कंजूसी मत करें* 🎪*जिस दिन हमारी मौत होती है, हमारा पैसा बैंक में ही रह जाता है।**जब हम जिंदा होते हैं, तो हमें लगता है कि हमारे पास...
 अध्यापिका की जिंदगी का एक दिनअध्यापिकाएं हड़बड़ी में निकलती हैं रोज सुबह घर सेआधे रास्ते में याद आता है सिलेंडर नीचे से बंद किया ही नहींउलझन...
 *शिक्षकों के बीच बढ़ती दूरियां*पिछले कुछ वर्षों में अनुभव किया है कि शिक्षकों के बीच अब बहुत मनमुटाव है , अब, वे टीम नहीं बना पा रहे ,...
 अगर आप स्कूल सही समय पर जाने के लिए चिंतित नहीं है...अगर आपको मॉर्निंग असेम्बली में जाना बोरियत भरा लगता है...अगर आप बालको को संबोधित...

सोमवार, 10 फ़रवरी 2020

सोमवार, 10 दिसंबर 2018

रविवार, 5 नवंबर 2017

बेसिक परिवर्तन बेहद ज़रूरी

बेसिक परिवर्तन बेहद ज़रूरी

एक रुपये में तीन अठन्नी भुन जाती हैं 'बेसिक' में। मिल जाती हैं सभी खूबियाँ एक अकेले शिक्षक में। वही पढ़ाये, वही खिलाये, राशन ढोकर लाये। दूध...
मास्टर  बनने के बाद का डर

मास्टर बनने के बाद का डर

  यह शब्द बचपन में कितना अच्छा लगता था लगता था कि जैसे मास्टर से ज्यादा पॉवरफुल पोस्ट दुनिया में कोई है ही नहीं, क्या रुतबा रहता है...

शुक्रवार, 25 अगस्त 2017